उनके उस लेख में टिप्पणी कर के "अनिल कान्त जी", ने बताया की उनका ब्लोग भी उस वेबसाइट पर मौजुद है।
उस लेख के लिन्क से पता चला की "बी.एस.पाबला जी" का "प्रिन्ट मिडिया पर ब्लोग चर्चा" भी वहां मौजुद है
कल मैंने गुगल में ऐसे ही अपने ब्लोग "हमारा हिन्दुस्तान" का नाम हिन्दी में टाइप किया तो मुझे एक लिन्क मिला जब मैने उस लिन्क को खोला तो मेरी बांछे खिल गयीं....मेरे ब्लोग हिन्दुस्तान में इतनी इज़्ज़त नही मिली जितनी इस देश से दुर आस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय की वेबसाइट की वेबसाइट पर मिली.."हमारा हिन्दुस्तान" विश्वविधालय की ई-लर्निंग स्टाफ़ में शामिल है।
"हमारा हिन्दुस्तान"...!!! ने अपने जीवन के १ साल और ३ महीनो में सिर्फ़ १११ पोस्ट और २७६ टिप्पणियों के साथ इतनी बढी उपलब्धि हासिल की!
मेरे ब्लोग का पुरा का पुरा फ़्रेम वहां मौजुद था...फिर मैने कापीस्केप में सर्च किया तो वहां भी लिन्क मौजुद था लेकिन गुगल के लिन्क में हिन्दी नही दिख रही है...जबकि कापीस्केप के लिन्क पर हिन्दी साफ़ - साफ़ दिख रही है।
ये रहा गुगल का लिन्क...!!
ये रहा कापीस्केप का लिन्क...!!
कल मैंने गुगल में ऐसे ही अपने ब्लोग "हमारा हिन्दुस्तान" का नाम हिन्दी में टाइप किया तो मुझे एक लिन्क मिला जब मैने उस लिन्क को खोला तो मेरी बांछे खिल गयीं....मेरे ब्लोग हिन्दुस्तान में इतनी इज़्ज़त नही मिली जितनी इस देश से दुर आस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालय की वेबसाइट की वेबसाइट पर मिली.."हमारा हिन्दुस्तान" विश्वविधालय की ई-लर्निंग स्टाफ़ में शामिल है।
"हमारा हिन्दुस्तान"...!!! ने अपने जीवन के १ साल और ३ महीनो में सिर्फ़ १११ पोस्ट और २७६ टिप्पणियों के साथ इतनी बढी उपलब्धि हासिल की!
मेरे ब्लोग का पुरा का पुरा फ़्रेम वहां मौजुद था...फिर मैने कापीस्केप में सर्च किया तो वहां भी लिन्क मौजुद था लेकिन गुगल के लिन्क में हिन्दी नही दिख रही है...जबकि कापीस्केप के लिन्क पर हिन्दी साफ़ - साफ़ दिख रही है।
ये रहा गुगल का लिन्क...!!
ये रहा कापीस्केप का लिन्क...!!
अब इतने सब के बाद बधाई तो बनती है यार.... तो जल्दी से मुबारकबाद दिजिये
अगर लेख पसंद आया हो तो इस ब्लोग का अनुसरण कीजिये!!!!!!!!!!!!!
"हमारा हिन्दुस्तान"... के नये लेख अपने ई-मेल बाक्स में मुफ़्त मंगाए...!!!!
बधाई हो!
जवाब देंहटाएंवह दिन दूर नहीं जब हर हिंदी ब्लौग इस वेबसाईट पर होगा!:)
हमारी भी बधाई, भाई बहुत सी समानताओं के अतिरिक्त आखिर एक ही गुरू के शागिर्द भी हैं हम, उनको भी आना चाहिये आपको बधाई देने, उनका भी सम्मान है कि उनका शागिर्द भी इतनी उंची जगह पर इतरा रहा है,
जवाब देंहटाएंभाई हमारे जैसे ब्लागर एक Rank- 0 ब्लाग पर अपनी मौजूदगी से इतरा रहे हैं, चिपलूनकर , आशीष जी, सलीम खान जैसे महानुभव वहां इतरा चुके आपकी कमी, आखिर मैंने कमैंटस पावर आपको देखकर सीखी है, जरा पहुंचो तो संजय बैगानी जी तो पुकारने पर भी नहीं आ रहे, आज प्रचार लिंक नहीं दूंगा कारण वहां पहूंचो तो समझ में आयेगा
http://janokti.blogspot.com/2009/07/blog-post_1543.html
har vyakti ko apni safaltaa par naaz karne ka adhikaar hai aur uskaa prachaar karne ka adhikaar hai
जवाब देंहटाएंaapko badhaai majboori me nahin ...dil se hai bhai........
अरे भाई, क्या ऐसा भी कोई ब्लाग है जो वहां नहीं है?
जवाब देंहटाएंइसमें उपलब्धि जैसी कोई बात नहीं ! आज मैंने भी कॉपी स्केप के जरिये कई हिंदी ब्लॉग सर्च किये जो सभी उस वेब साईट पर मौजूद थे |
जवाब देंहटाएंबधाई।
जवाब देंहटाएंमेहनत का फल मीठा होता ही है. आपको ढेर सारी बधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत मुबारक हो काशिफ़...तुम्हे तुम्हारी मेहनत का फ़ल
जवाब देंहटाएंबहुत-बहुत मुबारक हो...!!
जवाब देंहटाएंTHANKYOU JEE
जवाब देंहटाएंTHANKYOU JEE
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