गुरुवार, 26 नवंबर 2009

अलबेला खत्री के सवालों का जवाब... Answers Of Albela Khatree's Question's

अलबेला खत्री से मेरा विवाद चल रहा है जिसको लेकर मैनें एक लेख लिखा था डर गया अलबेला खत्री...36 घण्टे बाद छापी टिप्पणी/चैलेन्ज...अब बहाने बना रहा है.....  इसके जवाब में उन्होने एक लेख लिखा है जिसमें उन्होने मुझसे कुछ सवाल किये है जिसके जवाब मै यहां दे रहा हूं.....यही जवाब मैनें उनको उनके लेख पर भी दिये है लेकिन कुछ जवाब पब्लिश नही हो सके क्यौंकि ब्लोग्गर बार-बार एरर दे रहा है...यही एरर उसने मेरे लेख पर ये जवाब छापते हुये दिया तो मैनें सोचा क्यौं ना एक लेख लिखकर सारे सवालों के जवाब एक साथ दे दूं....

कुछ जवाबों के नीचे उनके पब्लिश करने का टाइम लिखा है जिस वक्त उन्हे मैनें अलबेला जी के ब्लाग पर किया है.... 


बुधवार, 25 नवंबर 2009

अटल बिहारी वाजपेयी भी बाबरी विध्वंस के दोषी है... Atal Bihari Vajpayee Is Also Guilty Of Babri Demolition

कल लिब्राहन आयोग की रिपोर्ट को सदन में पेश किया गया था जिसमें कुछ नया नही है सब पुरानी बातें जो हर हिन्दुस्तानी को पता है, कौन दोषी है?? किसने किया???? कौन था जिसने लोगों की भावनाओं को भडकाया?? कौन था जिसने ये सब प्लान किया?? बरहाल लिब्रहान आयोग नें आडवाणी, अटल बिहारी वाजपेयी, कल्याण सिंह, उमा भारती, साध्वी रितम्भरा, मुरली मनोहर जोशी प्रमोद महाजन, विनय कटियार, अशोक सिंहल और प्रवीण तोगड़िया सहित पर्दे के पीछे से इन सभी को 'हांकने' वाले संघ नेतृत्व को दोषी ठहराया है।


रिपोर्ट सामने आने के बाद भाजपा ने अट्ल बिहारी वाजपेयी जी को दोषी ठहराने पर विरोध किया लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी भी दोषी है, अटल जी की छवि भारत में संघ द्वारा कुछ इस तरह की बनाई गई थी जिनके चेहरे पर एक मुखोटा लगा हुआ था जो कहता कुछ और था और करता कुछ और था।

अटल जी को सब कुछ पता था की 6 दिसम्बर 1992 को वहां क्या होने वाला है क्यौंकि वो भी संघ के इशारे पर काम करने वालों में से थे...इसका बयान उन्होने खुद अमेरिका में विहिप के कार्यकर्ताओं के सामने अपने आपको संघ का निष्ठावान कार्यकर्ता बताकर किया था।

मंगलवार, 24 नवंबर 2009

डर गया अलबेला खत्री...36 घण्टे बाद छापी टिप्पणी/चैलेन्ज...अब बहाने बना रहा है.....

मैरे ब्लाग इस्लाम और कुरआन पर वन्दे मातरम को लेकर बहस चल रही थी उसी कडी के एक लेख को पढकर अलबेला खत्री जी ने मेरे नाम चैलेन्ज दिया....लेकिन वो भी कैसे दिया....अपने ब्लाग पर पोस्ट डाली....ना उसमें मेरा लिन्क ना ही मुझसे कोई सम्पर्क....24 घण्टे बाद उन्होने मुझे भगोडा घोषित कर दिया...

जबकि मुझे उसके सिलसिले में कोई जानकारी थी नही...अवधिया चाचा ने कमेण्ट में बताया लेकिन लिन्क नही दिया....

जब मुझे उनके लेख के बारे में पता चला तो मैने ये टिप्पणी की .....

काशिफ़ आरिफ़/Kashif Arif November 18, 2009 8:25 PM  
तो अलबेला आप हैं जिसने हमारे नाम चैलेंन्ज दिया लेकिन भाईजान चैलेन्ज दिया है तो कम से कम हमारा दरवाज़ा बजाकर बता तो देते......कुछ नही तो एक टिप्पणी कर देते.... लेख पढा और टिप्पणी नही की.....बस चैलेन्ज दे दिया.....अपने ब्लोग पर आप चिल्ला रहे है तो हमारे पास कैसे आवाज़ आयेगी....हम तो सुबह से आपको ढुढं रहे है.... परसों सुबह अवधिया चाचा ने टिप्पणी की थी जो हमने आज सुबह देखी है...तब से आपको ढुढ रहे है...... रविवार से मेरा U.P.S. खराब था तो आज दोपहर को ही सिस्टम आन हुआ है...... आप ने अपने घर में खडे होकर चैलेन्ज किया....और अपने आप ही अपने आपको विजेता घोषित कर दिया.... तो ज़रा चैलेन्ज को रीपिट करेंगे.....

रविवार, 8 नवंबर 2009

चीन का अंधरुनी हमला अवैध चीनी वर्कर खाते नौकरियां.. Chinese Inner Attack illegal Chinese Workers, Swamping the Worksites

काफ़ी दिनों से भारत और चीन के बीच सीमा विवाद चल रहा है और ये मुद्दा सबसे गरम है हर तरह सिर्फ़ इसी की चर्चा है। चीन काफ़ी वक्त से अरुणाचल प्रदेश के काफ़ी हिस्से पर अपना हक जता रहा है जबकि पुरा अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा है। ये तो हुई बाहरी हमले की बात अब हम लोग बात करते है अंधरुनी हमले की। बाहर सीमा पर चीन जो कर रहा है वो तो सबको दिख रहा है लेकिन हमारे देश और हमारे घर में ये चीनी कम्पनियां जो कर रही है उसकी तरफ़ किसी का ध्यान नही है।


चन्द्नन्कियारी नाम का गांव है बोकोरो, झारखंड में यहां पर कोलकाता की कम्पनी इलैक्ट्रोस्टील इन्ट्रीगेटेड लिमिटेड Electrosteel Integrated Limited (EIL) की स्टील फ़ैक्ट्री बन रही है यहां पर सुरज ढलने के बाद आपको विदेशी फ़िल्मों के चलने की आवाज़ सुनाई दे जायेगी और ये फ़िल्में मंदरीन भाषा Mandarin में होगीं और ये सब सुविधा वहां काम कर रहे हज़ारों चाइनीज़ कारीगरों के लिये है। ये नज़ारा हर दिन के आखिर में आपको देखने को मिल जायेगा।

गुरुवार, 5 नवंबर 2009

कंलन्गुट बीच, गोवा से सुर्यास्त का सुन्दर नज़ारा..! Lovely Sunset Scene From Calangut Beach, Goa

मैं अभी दो दिन पहले अपने घर लौटा हुं। १७ अक्टुबर को दिवाली के दिन घर से निकला था १७ दिन बाद ३ नवम्बर को वापसी हुई है। ये सफ़र काफ़ी खुबसुरत था सबसे पहले दिल्ली फ़िर बांम्बे उसके बाद महाब्लेश्वर होते हुये हम लोग २२ अक्टुबर को गोवा पहुंचे थे। २२ अक्टुबर से लेकर २५ अक्टुबर तक गोवा में रहे थे। हमने समुंद्र के किनारे कांटेज लिया था हमारे काटेज से बीच सिर्फ़ पचास-साठ कदम दुर था। ये तस्वीरे मैनें अपने काटेज की बालकनी से ली है... वहां से नज़ारा काफ़ी खुबसुरत था खासकर सुर्यास्त के वक्त..! मैनें उस नज़ारे को अपने कैमरे में उतारा है...पेश है आपके सामने कुछ तस्वीरे...!!!!!

देखने के बाद अपने विचार ज़रुर रखियेगा...!!!





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