१८ वां ताज महोत्सव २००९ हमेशा की तरह इस साल भी "ताज महोत्सव" अपने तय समय के मुताबिक १८ - २७ फरवरी तक के लिए लगा है, ताज महोत्सव के हालत साल दर साल बिगड़ते जा रहे हैं, बहुत बुरा हाल कर रखा है, जनता परेशान है, विदेशी नागरिक परेशान है, होटल व्यवसायी परेशान है,......
सबसे पहले जनता की बात करते है, ताज महोत्सव जिस तरह से लगाया जाता है उसके मूल रूप मे अब बदलाव कर दिया गया है, वो बिल्कुल भूल भुलैया बन चुका है सब रास्ते घुमा फिरा कर दे दिए गए हैं, कहीं जाने के लिए सीधा रास्ता नहीं है, अगर आपको झूलो तक जाना है तो आपको एक नई बनी बिल्डिंग मे से घुमते हुए जाना होगा जहाँ पर इतना पतला रास्ता है की आप बगैर किसी के जिस्म को छुए वहां से नही निकल सकते है क्यूंकि इन दिनों वहां पर बहुत भीड़ होती है, चलने के लिए जगह नही है वहां मैं कल गया था वहां पर बुरा हाल हो गया जा कर...
अब बात आती है विदेशी नागरिको की जिनको जानकारी ही नहीं है की आगरा मे कोई ताज महोत्सव भी लगता है कोई विज्ञापन नही है, ताज महोत्सव की वेबसाइट का किसी भी जगह विज्ञापन नही है, मुझे गूगल से सर्च करने के बाद ताज महोत्सव की वेबसाइट मिली है....अगर भूले से भी अगर कोई विदेशी वहां आ जाता है तो थोडी ही देर मे वापस चला जाता है क्यूंकि उसकी मदद के लिए वहां पर कोई भी मौजूद नही है, न ही कोई इन्फोर्मेशन सेण्टर है, न ही कोई ट्रांसलेटर, वो बेचारा वहां धक्के खाने के बाद वापस चला जाता है,
किसी भी होटल व्यवसायी के पास कोई विज्ञापन या पेम्पलेट नही है की जिससे वो विदेशी नागरिको को कुछ जानकारी दे सके, मांगने पर भी कोई जवाब नही मिलता है हमारे अधिकारियौं से सब हाँ, हूँ, करके टाल देते हैं, यहाँ तक आगरे मे भी ताज महोत्सव के पोस्टर १५ फ़रवरी के बाद लगे हैं, और यहाँ तक है की मुझे भी नही पता है की बाकी के दिनों कौन - कौन से कलाकार आने वाले हैं ताज महोत्सव मे,
जब यह हालत है तो आप अंदाजा कर सकते हैं, की हमारे आगरे की सभ्यता और लोगो तक कैसे पहुचेगी न वहां पेठा मिल रहा है, न वहां मुगलई पराठे हैं, आगरा की किसी परम्परा का नामो - निशान नही है.....
अब आप ही बताये की यह ताज का महोत्सव कैसे हुआ?
आपके आलेख से ताज महोत्सव के बारे में जानकारी मिली...अपनी व्यवस्था के बारे में जानकर दुख पहुंचा।
जवाब देंहटाएं