राजनैतिक महाकुम्भ २० - २० की उलटी गिनती शुरू हो गई है और हर राजनैतिक दल सारी ताकत लगा कर अपने अपने चुनाव प्रचार में लग गया लेकिन इन सबके बीच एक और समुदाय है जिन्होंने चुनाव का बीडा उठा रखा है वो है मीडिया जी हा ये वही मीडिया है जिन्होंने साल भर पहले महगाई , परमाणु करार के मुद्दे पर तत्कालीन सरकारकी बखिया उखेड़ने में कोई कसर नहीं छोडी थी लेकिन आज स्थिति अलग है ..... हर चैनेल सर्वे के आधार पर सरकार बना और गिरा रहा है पर इसमें भी राजनीति है आप ध्यान से देखेगे तो पायेगे की बहुत से चैनेलोमे में राजनैतिक पार्टियों के विजापन भी चल रहे है लेकिन उसमे गौर करने वाली बात यह है कि जिसके विजापन के बाद उसकी कि सरकार चैनल में बनती दिखाई देती है मतलब जैसे की कांग्रेस का विजापन तो सरकार और बढ़त कांग्रेस की बता दी जाती है वैसे ही भाजपा के विजापन के बाद दिखाए जाने वाले सर्वेक्षण में भाजाप् को आगे दिखा दिया जाता है महज ये इतिफाक नहीं बल्कि कई बार ऐसा देखने मिल रहा है तो ये कैसा सर्वे आप ही बताइए .लगता है अब सर्वे पार्टियों के विजापन के आधार पर भी किये जा रहे है
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काशिफ आरिफ