मैं अभी दो दिन पहले अपने घर लौटा हुं। १७ अक्टुबर को दिवाली के दिन घर से निकला था १७ दिन बाद ३ नवम्बर को वापसी हुई है। ये सफ़र काफ़ी खुबसुरत था सबसे पहले दिल्ली फ़िर बांम्बे उसके बाद महाब्लेश्वर होते हुये हम लोग २२ अक्टुबर को गोवा पहुंचे थे। २२ अक्टुबर से लेकर २५ अक्टुबर तक गोवा में रहे थे। हमने समुंद्र के किनारे कांटेज लिया था हमारे काटेज से बीच सिर्फ़ पचास-साठ कदम दुर था। ये तस्वीरे मैनें अपने काटेज की बालकनी से ली है... वहां से नज़ारा काफ़ी खुबसुरत था खासकर सुर्यास्त के वक्त..! मैनें उस नज़ारे को अपने कैमरे में उतारा है...पेश है आपके सामने कुछ तस्वीरे...!!!!!
देखने के बाद अपने विचार ज़रुर रखियेगा...!!!
तस्वीरे देखने के बाद कैसा लगा ज़रुर बतायें..!!
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वाह !! शानदार तस्वीरें....
जवाब देंहटाएंक्या करते हो यार?...लगता है कि टिकट कटाना ही पड़ेगा
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा तस्वीरे..!!!!
जवाब देंहटाएंकाफ़ी खुबसुरत नज़ारा है..!!!
जवाब देंहटाएंअरे काशिफ़ आप तो परफ़ेक्ट फ़ोटोग्राफ़र हो गये हो... क्या मस्त तस्वीरे निकाली है... मज़ा आ गया...इसके लिये एक ही अल्फ़ाज़ है...
जवाब देंहटाएंभई वाह
nice
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