दिल्ली में थोडी-सी खरीदारी करने के बाद रात को बारह बजे एयरपोर्ट पहुंच गये मैं और मेरे तीन दोस्त वहां पर तीन बजे तक इन्तेज़ार किया फ़िर बोर्डिंग पास लिया और फ़्लाइट का इन्तेज़ार करने लगे। मैं पहले सफ़र कर चुका हुं लेकिन मेरे तीनों दोस्त पहली बार प्लेन से सफ़र कर रहे थे खैर जैसे-तैसे वक्त काटा और फ़िर बौर्डिग के लिये अनांउंसमेंट हुआ और हम लोग प्लेन में पहुंचे ठीक पांच बजे प्लेन ने उडांन भरी! रात भर का जागा हुआ था तो नींद आना लाज़मी था तो मैं सो गया तो थोडी देर बाद मेरे दोस्त ने मुझे जगाया और बाहर का नज़ारा देखने को बोला जैसे ही मैनें खिड्की के बाहर झांका तो बहुत खुबसुरत नज़ारा देखने को मिला जो आज तक कभी देखा और शायद ही कभी देखने को मिले!
हमारा प्लेन बादलों के ऊपर था और सुरज निकल रहा था मुझे फ़ोटोग्राफ़ी का बहुत शौक है धनतेरस पर ही मैनें नया कैमरा खरीदा है और वो मेरे साथ था तो मैनें फ़ौरन कैमरा निकाल लिया लेकिन बाद में खयाल आया की कैमरे के इस्तेमाल की इजाज़त प्लेन मे नही है तो मैनें सबसे पहले एयर होस्टेस से गुज़ारिश की, पहले तो उसने मना किया लेकिन जब मैनें फ़ोर्स किया तो उसने हां कर दी।
मेरे कैमरे से सुर्य उदय का नज़ारा बादलों के ऊपर से Sunrise Pictures Above Clouds
उस एयरहोस्टेस ने एक शर्त पर इजाज़त दी थी की मैं अपनी जगह नही बदल सकता हूं तो मैंने हर तरह से कोशिश की ताकि अच्छी तस्वीरे निकाल सकुं।
अब आप लोग ही तस्वीरे देख अपनी राय दे..... और अगर आप के साथ भी ऐसा कोई संयोग हुआ हो तो ज़रुर बतायें..!!!!!
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waah !
जवाब देंहटाएंanand aa gaya..........
nice foto
बहुत उम्दा नज़ारा.... काफ़ी अच्छी तस्वीरे हैं.. तुम्हारा वक्त कैसा गुज़र रहा है....
जवाब देंहटाएंकाशिफ़ काफ़ी अच्छी तस्वीरे हैं...लेकिन अगर आपको जगह बदलने की इजाज़त मिल जाती तो बहुत ज़्यादा तस्वीरे मिल सकती थी लेकिन आपका और हमारा खराब नसीब की आपको इजाज़त नही मिली...
जवाब देंहटाएंकुछ और अच्छी तस्वीरे हो तो हमें ज़रुर दिखायें
अच्छी तस्वीरे है... आगे के सफ़र के लिये शुभकामनायें
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