बुधवार, 9 दिसंबर 2009

देवराहा बाबा बाबरी विध्वंस के नही षंडयन्त्र के दोषी है... Devraha Baba Was Guilty For Conspiracy Not For Babri Demolition

                  लिब्राहन आयोग की रिपोर्ट संसद में पेश होने के बाद से संघ, भाजपा तथा अन्य लोगों ने दोषियों की लिस्ट पर सवाल उठाया है, सबसे पहला ऐतराज़ अटल बिहारी वाजपेयी जी पर उठाया तो उसका जवाब तो मैंने अपने लेख में अटल बिहारी वाजपेयी बाबरी विध्वंस के दोषी हैं में दे दिया। दुसरा ऐतराज़ पी.वी. नरसिम्हा राव को बेकुसुर कहने पर था उसका जवाब मैं अपने लेख पी.वी. नरसिम्हा राव और कांग्रेस सरकार भी दोषी है बाबरी विध्वंस के... में दे चुका हूं। तीसरा और सबसे बडा ऐतराज़ देवराहा बाबा के दोषी करार दिये जाने पर है आज हम इस विषय पर बात करेंगे। 


               ये तो जगज़ाहिर है हिन्दु धर्म में साधु-संतों का ओहदा कितना बडा है इसी ओह्दे का इस्तेमाल बाबरी विध्वंस के लिये किया गया था। बाबरी को गिराने का षडंयन्त्र बहुत पहले बना लिया गया था और इसके लिये हिन्दु नौजवानों को तैयार करने का ज़िम्मा साधु-संतों के कंधों पर था। भोले-भाले नौजवानों के दिल-दिमाग में नफ़रत भरने का काम साधु-सन्तों ने बखुबी निभाया था। इन लोगों ने काफ़ी वक्त पहले इसकी तैयारी शुरु कर दी थी और इस षडयन्त्र को अमल मे लाने के लिये सही वक्त यानि प्रदेश में भाजपा की सरकार आने का इन्तेज़ार किया गया था और जब 24 जुन 1991 कल्याण सिंह जी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो इस योजना पर तुफ़ानी तरीके से काम शुरु हो गया।


               साधु-सन्तों ने ठीक उसी तरह हिन्दु युवकों को बहकाया था जिस तरह आज कल कुछ मौलाना मासुम मुस्लिम युवकों को बहका कर जिहाद के लिये तैयार करते है। कुछ लोग कहते है की ये सब भावनाओं का बहाव था लेकिन यहां एक सवाल खडा होता है की सिर्फ़ साकेंतिक कारसेवा करने के लिये लाखों की तादाद में लोग फ़ैज़ाबाद पहुंच गये वो भी इतने कम वक्त में और इतने शोर्ट नोटिस पर??? देवराहा बाबा को दोषी कहे जाने के बाद से काफ़ी हो-हल्ला मच रहा है इस विषय पर जो लोग ऐतराज़ कर रहे है वो यही कह रहे है की देवराहा बाबा का देहान्त 19 जून 1990 को वृन्दावन में हुआ था और बाबरी विध्वंस 6 दिसम्बर 1992 को हुआ था तो इस प्रकार से कैसे उन्होने बाबरी विध्वंस में हिस्सा लिया??



          9 मई, 2004 को विश्व हिन्दु परिषद के नेता अशोक सिंहल ने अटल बिहारी वाजपेयी जी को एक पत्र लिखा था उस पत्र में सिंहल ने लिखा है, "जन्मभूमि के आन्दोलन में, जो आप सबके लिये मतव्रद्दि का भी कारण बना, एक भी उदाहरण नहीं जब कहीं अनुशासन भंग हुआ हो।...........6 दिसम्बर, 1992 को 450 वर्ष से निरंतर चले आ रहे संघर्ष का पटाक्षेप हो गया। राष्ट पर लगा कलंक हट गया।..........पूज्य परमहंस जी और भारत के भी प्रमुख संत उस समय अयोध्या में मौजुद थे। उनके अनुशासन में कारसेवकों यह कार्य किया और पूज्य देवराहा बाबा का यह आदेश के पुलिस के सहयोग से यह ढांचा गिरेगा तो इसका मलबा बहा देना, इसका अक्षरश: पालन किया। 40 वर्ष तक यदि मुकदमे का फ़ैसला नहीं होगा तो इसके अतिरिक्त मार्ग भी कुछ नही था।"

                 इस पत्र की रोशनी में कई बातें साफ़ हो गयीं। पहली की आयोग के सामने जो बयान दिये गये की ये घटना कारसेवकों की भावनाओं का बहाव था वो सब झुठे थे। दुसरी की ये षडयन्त्र बहुत पहले बना लिया गया था क्यौंकि देवराहा बाबा का देहान्त बाबरी विध्वंस से 18 महीने यानि ढाई साल पहले हुआ था लेकिन फ़िर भी वो आदेश देकर गये थे "पुलिस के सहयोग से यह ढांचा गिरेगा तो इसका मलबा बहा देना,"। इस आदेश से साफ़ पता चलता है की बाबरी विध्वंस को भावनाओं का बहाव नही था बल्कि सोचा समझा और बहुत होशियारी के साथ तैयार किया गया षडयन्त्र था। इस विध्वंस के मुख्य षडयन्त्रकर्ताओं में देवराहा बाबा के साथ भारत के सभी प्रमुख सन्त शामिल थे।

             


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19 टिप्‍पणियां:

  1. सच क्या है यह कोई दावे से नही कह सकता...और ना ही इस का कभी जनता को पता चलेगा.....बस आयोग बैठेगे और मामला लटकता जाएगा।...जैसा हमेशा से होता आया हैं.....

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  2. हमारे देश में ऐसा भी होता है, विश्‍वास नहीं हो रहा

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  3. गडे मुर्दे उखाडने से क्‍या मिलेगा

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  4. देवराहा बाबा का देहान्त बाबरी विध्वंस से 18 महीने यानि ढाई साल पहले हुआ था लेकिन फ़िर भी वो आदेश देकर गये थे "पुलिस के सहयोग से यह ढांचा गिरेगा तो इसका मलबा बहा देना,"।

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  5. मेरे भाई [?] तुम्हे नही मालुम तुम सस्ती लोकप्रियता के लिये गुनाह कर रहे हो . गुनाह है बुजर्गो पर कीचड उछालना . कुरान पाक मे लिखा है कयामत वाले दिन खुदा सब के गुनाह माफ़ कर देगे . लेकिन अगर किसी का दिल दुखाया है तो इस गुनाह को अल्लाह भी माफ़ नही करेगा . और तुम तो करोडो दिलो को दुखा रहे हो

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  6. Sahespuriya जी,

    सारे हिन्दुस्तानिंयों का पता है की कौन बाबरी विध्वंस का ज़िम्मेदार है....किसने ये साजिश की? कौन इस सब के पीछे था?

    जिनको पता नही है तो उन लोगों को मैं बता रहा हूं, ये सब सच है और मैं कभी सच कहने से पीछे नही हटता

    बस किसी ना किसी वजह से सब लोग चुप हैं...

    बेफ़िक्र रहिये जो इस सबके ज़िम्मेदार है मैं उन सबको आप लोगों के सामने बेनकाब करूंगा.....

    मैं उनको खुद सज़ा नही दे सकता लेकिन जिन लोगों की आखों पर पट्टी बंधी है उसको खोलने की कोशिश ज़रुर कर सकता हूं और मुझे लगता है कि मैं इस काम कुछ हद तक कामयाब भी हो रहा हूं...

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  7. बाली जी,

    सच तो मैं सबके सामने पेश कर रहा हूं...आप जानते हुये भी और देखते हुये भी उस पर यकीन नही करना चाह्ते हैं।

    मैंने इस बाबरी सीरिज़ पर जो भी लेख लिखा है वो पुरे प्रमाणों के साथ लिखा है क्यौंकि मैं कभी कही बातों पर यकीन नही करता हूं...

    आगे भी कुछ लेख बाकी है इस सीरिज़ के जिसमें बाकी लोगों के चेहरे से भी शराफ़त का नकाब उतारूंगा...

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  8. अनीता जी,

    आप शायद पहली बार मेरे ब्लाग पर टिप्पणी कर रही हैं...आपका स्वागत है और आपके विचारों का भी...

    हमारे देश में सब कुछ होता है बस वो कहते है ना

    "बद अच्छा बदनाम बुरा"

    जब तक जो छुपे है वो छुपे है लेकिन जिस दिन उनके कारनामें लोगों के सामने आ जायेंगे वो सबके सामने नंगे हो जायेंगे...ऐसे ही दोगुले लोगों जनता के सामने बेनकाब करने का ज़िम्मा मैंने उठाया है...और ये बाबरी सीरीज़ सारे दोषियों को बेनकाब करने के बाद ही पुरी होगीं।

    आप ये नहीं समझे की मैं किसी धर्म के खिलाफ़ हूं नहीं मैं सिर्फ़ गलत/झुठ/अन्याय के खिलारफ़ हूं...

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  9. दरबारे इस्लाम जी,

    बात गडें मुर्द उखाडंने की नही है...यहां बात तो बाबरी विध्वंस के दोषियों को सबके सामने बेनकाब करने की है, मैंने एक कोशिश की उन लोगों की आखों से पर्दा हटाने की जो इन लोगों पर अंधविश्वास करते है....अगर किसी एक शख्स की आखों से भी ये पर्दा हटाने में मैं कामयाब हो गया तो मैं समझुंगा की मेरी मेहनत सफ़ल हो गयी.....

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  10. अमित, वन्दे ईश्वरम, इकबाल आप लोगों का बहुत बहुत शुक्रिया टिप्पणी करने के लिये और मेरे काम और मेरी मेहनत को सराहने के लिये...

    इन्शाल्लाह बाबरी विध्वंस पर आगे भी कई लेख आने है मुझे उन पर भी आपकी राय का इन्तेज़ार रहेगा....

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  11. बहुत ही खुशी की बात है की आप सच के राश्ते पर चल रहे हैं, मगर शायद आखों पर पट्टी बाँध करके, बाबरी मश्जिद पर इतना बवाल कर रखा है आपने ,क्या इस सच का अहसाश नही है आपको की बाबरी मश्जिद बनाई किधर गई थी, हिंदुस्तान मैं पहले बाबर आया था या हिंदू, मुझे तो लगता है की आपने सिर्फ़ और सिर्फ़ मामले को तूल देने का बीड़ा उठा रखा हैं , अरे अगर इतनी हिम्मत है तो इतिहास को समझने की कोशिस करो और फिर लोगो को बतावो , बाबरी मश्जिद को किसने गिराया और दोषी कौन हैं सिर्फ़ इस बात को लेकर हल्ला मचाने से अच्छा है की लोगो को ये भी तो बतावो की बाबरी मश्जिद बनी कैसे है, किधर बनी और क्यों बनाई गई,

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  12. धीरु सिंह जी,

    आपने तो पहले ही अपने आपको मेरा भाई कहने में ही शंका ज़ाहिर कर दी तो मैं कैसे आपसे उम्मीद करुं कि आप मेरी बात को समझेंगे...

    अल्लाह का करम है मुझे किसी भी सस्ती लोकप्रियता की ज़रुरत नही हैं......मैं ब्लोगिंग में 2003 से हूं....मैं सिर्फ़ लोगों के सामने सच रख रहा हूं और वो भी पुरे प्रमाणों के साथ...

    बाबरी सीरिज़ का मेरा कोई लेख सच से दुर नही है...मैं झुठ और झुठों से नफ़रत करता हूं।

    मैं किसी पर कीचड नही उछाल रहा हूं मैनें तो उनके दिये आदेश को लोगों के सामने पेश किया है.....अब इसमें मैनें कौन सी कीचड उछाली है???

    रही बात कुरआन की उसकी बात तो आप ना ही करो क्यौंकि आप जब कुरआन के नाम को ठीक से लिख नही सकते हो तो आप उसके अर्थ तक कैसे पहुंचोगे??

    लेकिन अब आपने कुरआन की बात कर ही दी है तो सुन ली लीजिये....कुरआन और हदीस में कहा गया है कि सच का साथ दो और हमेशा सच बोलो....नाइंसाफ़ी और ज़ुल्म के खिलाफ़ आवाज़ उठाओ.....

    और मैं वही कर रहा हूं....क्या आप मेरा साथ देंगे?????

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  13. 99% hindu aur 99% musalman is desh men pyar - mohabbat se rahana chahte hain , Sirf 1% log hii musiibat kii jad hain

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  14. 450 saal pahle babrii masjid thii
    hii nahin. Vahan to mandir thaa, jise ek sirfire ne tod kar masjid banaya .
    KASHIF BHAII
    Tumharii to sarii kii
    sarii bakwas jhoothii jamin par khadii hai . Mandir ko tum masjid kahte ho aur swayam ko vidwan mante ho. Babar kii to paidaiish hii bahut bad kii hai. Vahan to usse bhii saikadon saal pahle se mandir thaa . Bade vidwan banane chale.

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  15. dekho bhai.. who are you and whatever..
    i dont have any interest in Mandir/masjid construction or reconstruction..at ayodhya or anywhere..

    but this is the real thing that masjid was not legal and now mandir will not be..

    this issue is outdated..but ye jagah forcefully takeover ki gayi.. to is par nawaj kese padhi ja sakti hai..??

    kuch log hamesha shantii kayam karne me lage rehte hain to kuch ashantii kese ho esa sochte hain..

    hamara sahi ya galat hone se bhi jyada mahatwpurna hai vishay ka vaidhanik hona..dono hi sahi hain mandir bhi or masjid bhi lekin ab bat ek vyakti ki nahi lakho-karodo logo ki hai..ese log jinhe chalane wali ek soch hai..

    real thing is that this is the only country where all the people live together

    faisla kuch bhi ho hum sabhi thik rahenge.. kuki yaha ki zindgi mein kuch alag hi maza hai..
    I Love My India...
    Bharat Mata ki Jai...
    Be positive..!!

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  16. kasif bhai aapne yanha sach bola lekin adhoora...yanha kai bhaiyon ne pocha ki 450 saal pahle wanha Ayodhya me kya tha, khul k bataiye na...wanha kya tod k kya banaya gaya tha? iska pata laga k yanha sach bolenge ya koi Gyaan bagharenge to aapka sach aur khul k samne aa payega...Hindustan ki mitti ko khoon se baar baar rangne wale duniya bhar k Luchhe , Lafange bhooke nanghe aakramankari attyachariyon se is desh ki mitti ko aur takat hi mili hai Kasif ji..ye toota nahi jhuka nahi..aaj fir pori duniya ki takton ko apni maujodgi ka ahsaas kara raha hai...najar utha k dekh lo... haan! jo hamse toote the wo aaj pore k poore bikhar chuke hain, unke dane pani ka intjaam sirf Imdaad(Daan ,Donation)k bharose hi hota hai, imdaad na mile to pora mulk (Pakistan)bhooka hi sojaye ...baat aur kuch nahi hai, sirf besharmi hai,jo is mulk k logon ka ahsaan manne ki jagah sare muslim neta kuch gaddar hindu neta, sare muslim buddhijivi, sab k sab us Gande Ghinaune Babar ko galat ku nahi batate ki wo hi aaya tha hindustan usne todi thi tamam mandiren usne loota tha yanha ki bholi bhali janta ko ..usne attyachar kiya tha yanha ki aurton k sath usne mari thi yanha tamam jane...wo tha is mudde ka asli gunahgaar, usne us staan ko hanth kaise lagaya janha Ram Lala Virajmaan the, usko jute marna seekho Mr Kasif..jabtak tumhari kaum k log Babar,Md.gori,Osama binl-aden ,Dawood,Ajhar Masood,Gilani,Abu salem..jaise logo ko apna Ideal mante rahenge tumhara yahi hashr hoga..kitni andhi kaum hai ye jo is tarah sarv-vidit,satya ,siddh baat se mukar jati hai aur Babri Masjid jaisi awaidh masjid ko shaheed aur kurbani batati ki masjid batati hai, Aank ka parda hatao, pahle ghar me saaf safai karni chahiye fir ghoom k bahar dekhna chahiye ki kanha gandagi bachi hai...

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काशिफ आरिफ

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